जीना यहाँ, मरना यहाँ,इसके सिवा जाना कहाँ जी चाहे जब, हमको आवाज़ दो हम हैं वहीं, हम थे जहाँ,अपने यहीं, दोनों जहाँ इसके सिवा जाना कहाँ अंगद ओझा ..........
No comments