Header Ads

Header ADS

सर ऊपर उठाकर देखने में कोई हर्ज़ नहीं

सर ऊपर उठाकर देखने में कोई हर्ज़ नहीं 
झुके हुए मस्तक सत्कार से अलग होते नहीं 
दुनियां की रंगरलियों को अच्छी तरह से जानता हूँ मैं 
सही जगह पर उठें और झुकें तो ही उन्हें पहचानता हूँ मैं .

No comments

Powered by Blogger.