सांई कि बगीयां में फ़ुल अनेक. आप भी चुन ले उस में से एक.जीवन में करो आप कर्म अनेक.महजब अनेक पर सबका मलिक एक."ओम" "सांई" "राम"अंगद ओझा !!!!!!! Angad Ojha
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