Header Ads

Header ADS

मर गईनी पर खुलले रहे आँख

तु करीब ना अईलू त ईजहार का करती

खुद बन गईनी शिकार त शिकार का करती


मर गईनी पर खुलले रहे आँख ,


एकरा से ज्यादा तहार इंतजार का करती

No comments

Powered by Blogger.