कोई भी वक्त हो हँस कर गुजार लेता हूँ,
फिजा के दौर में अहदे बहार लेता हूँ,
गुलों से रंग सितारों से रोशनी लेकर,
जमाले यार का नक्शा उतार लेता हूँ
राधे राधे गुड मोरनिग़
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